सुनके जोरू की विनती पसीजा, यार चला आ बनाए टापरी। सुनके जोरू की विनती पसीजा, यार चला आ बनाए टापरी।
नहीं है गरीबों को, तख्त-ओ-ताज़ से मोहब्बत। नहीं है गरीबों को, तख्त-ओ-ताज़ से मोहब्बत।
मिरा दर्द तूने पढ़ लिया होगा जख्म गहरा है ये समझ लिया होगा। मिरा दर्द तूने पढ़ लिया होगा जख्म गहरा है ये समझ लिया होगा।
आज की दुनिया में आदमी की हालत और परिस्थिति का कारण सियासत और राजनीति के खेल हैं, जिसमें वह विवशता स... आज की दुनिया में आदमी की हालत और परिस्थिति का कारण सियासत और राजनीति के खेल हैं...
मेरे दोस्त जो दूर दूर जा के बैठ गये है उन सबसे मुलाकात हो जाये अबके बरस मेरे दोस्त जो दूर दूर जा के बैठ गये है उन सबसे मुलाकात हो जाये अबके बरस
पल-पल गिरगिट की तरह रंग बदलता है आदमी। नित्य करै भूल, गलती का पुतला है आदमी। पल-पल गिरगिट की तरह रंग बदलता है आदमी। नित्य करै भूल, गलती का पुतला है आद...